आप सब मुझे जानते ही हैं। मैं विजय कुमार हूं, और लंड का साइज 6.5″ है। मैं चुदाई का तो बहुत ही शौकीन हूं। आज आप सब के साथ अपनी एक सच्ची घटना लेकर हाजिर हूं। यह घटना मेरे दोस्त रवी की बीवी सोनम और मेरे बीच होली के दिन की है। अब कहानी पर आता हूं।
होली के दिन सुबह से ही दोस्तों के साथ पार्टी का प्रोग्राम शुरु हो गया था मेरा। मैंने थोड़ी ज्यादा ही पी ली थी। मैं पार्टी से बाहर आ गया। फिर मुझे याद आया रवी के साथ भी होली खेलने जाना था। मैं थोड़ा सा फ्रेश हुआ ओर रवी के घर चला गया।
रवी ने मुझे आते देख रंग लगा दिया। मैंने भी रवी को रंग लगाया। फिर रवी ने अपने ही गिलास में मुझे एक मोटा पैग पिला दिया।
मैं पैग पीते ही हिल सा गया। रवी ने भी काफी पी रखी थी। मैं फिर रवी के साथ बैठ गया। रवी ने अपनी बीवी सोनम को आवाज़ देकर बाहर बुलाया। सोनम बाहर आ गई। सोनम को आज तक मैंने कभी गलत नज़र से नहीं देखा था, पर आज मैंने सोनम को टी-शर्ट और पजामे में देखा। सोनम ने शायद आज ब्रा नहीं पहनी थी, तो उसके बूब्स थोड़े लटक रहे थे। रवी ने सोनम को एक गिलास लाने को बोला मेरे लिए, और सोनम अंदर चली गई।
रवी ने सोनम के आने से पहले एक और पैग लगा लिया। सोनम जब गिलास लेकर बाहर आई, तो मेरी नजर सोनम पर ही टिक गई। सोनम जैसे ही गिलास रखने को झुकी, तो टी-शर्ट के अंदर से सोनम के रंग से लाल हुए बूब्स साफ नज़र आने लगे। शायद रवी ने सोनम के बूब्स पर भी रंग लगाया था।
सोनम अंदर जाने लगी तो मैंने सोनम को रोक लिया, और हाथ में रंग लगा कर सोनम के मुंह पर रंग लगाने लगा। मैं भी नशे में था, तो गलती से लाल रंग लेकर सोनम की मांग भर दी। सोनम मुझे घूरते हुऐ अंदर चली गई। मैं चुप-चाप रवी के पास बैठ गया, और एक पैग नीट ही पी गया।
मुझे अपनी गलती पर पछतावा हो रहा था, तो मैंने एक और पैग पी लिया। रवी कुर्सी पर ही लेट गया था, तो मैंने उसको उठा कर एक और जबरदस्ती पैग पिला दिया। रवी पूरा टल्ली हो गया। अब मेरी आंखों के सामने सोनम के बूब्स नज़र आने लगे। मेरा लंड खड़ा हो गया।
मैं सोनम को याद करने लगा। तभी अचानक से सोनम बाहर आ गई और रवी को उठाने लगी। पर रवी तो पूरा टुन्न हुआ पड़ा था। सोनम उसको उठाने की कोशिश करती रही, पर रवी नहीं उठा। तो सोनम मुझे बोली-
सोनम: आप मेरे साथ रवी को अंदर ले जाने की मदद करोगे?
मैंने हां कर दी। फिर मैं भी हिलते हुऐ उठा। जहां सोनम खड़ी थी, उसके पास चला गया। अब हम दोनों रवी को उठाने लगे। रवी को जैसे ही हमने खड़ा किया, तो रवी गिरने लगा। तो सोनम ने रवी की कमर में हाथ डालने लगी, पर सोनम का हाथ मेरे खड़े लंड पर चला गया। मेरी हल्की सी सिसकारी निकल गई।
सोनम ने हाथ लंड से हटा कर रवी की कमर में डाल दिया। हम दोनों रवी को अंदर ले गए। फिर रवी को बैड पर लिटा दिया, और रवी सोया रहा। मैं सोनम को बोला-
मैं: मुझे उस गलती के लिए माफ कर देना।
सोनम कुछ नहीं बोली। मैं फिर बाहर जाने लगा तो मेरे पैर डगमगा गए। मैं गिरने लगा, पर तभी मुझे सोनम ने अपनी बाहों का सहारा देकर गिरने से बचा लिया।
सोनम का मुंह मेरे मुंह के पास आ गया। मैं सोनम की आंखो को देखने लगा और फिर अचानक से मेरे हाथ सोनम के गले में चले गए। मैंने सोनम को अपनी तरफ खींच लिया, और सोनम के होंठों पर अपने होंठ लगा दिये। यह सब बहुत जल्दी में हुआ और सोनम को जैसे झटका सा लग गया।
सोनम मुझे छोड़ कर बाथरूम की तरफ चली गई। मैं भी उठा और बाथरूम की तरफ चला गया। मैं बाथरूम खोल कर अंदर चला गया और अंदर से दरवाजा बंद कर दिया। अब मैंने सोनम को पकड़ लिया और फिर से सोनम को किस करने की कोशिश करने लगा। पर सोनम मुझे धक्का देकर दूर कर देती।
मुझे गुस्सा सा आ गया तो मैंने बाथरूम का शावर चला दिया। अब सोनम और मैं शावर के नीचे आ गए। सोनम का बदन भीगने लगा। मेरे मुंह से भी रंग निकल गया। मैंने सोनम को फिर पकड़ा और चेहरे पर किस करने लगा। कुछ देर तक सोनम मुझे हटाती रही। फिर शांत हो गई। मैं सोनम के रसीले होंठों पर टूट पड़ा।
सोनम अब शांत थी और मेरा साथ देने लगी। कुछ देर बाद सोनम बोली-
सोनम: अब बस करो, रवी को पता चल जाएगा।
मैं समझ गया कि सोनम किस ओर इशारा कर रही थी। अब मैंने सोनम की टी-शर्ट निकाल दी। सोनम ने ढीली सी ब्रा पहन रखी थी, जो मेरे हाथ से खींचने पर अपने आप ही निकल गई। सोनम के बूब्स 34″ के मेरे सामने आ गए। उन पर रंग लगा हुआ था, तो मैंने एक बूब से रंग हटाया और फिर अपना मुंह सोनम के बूब्स पर लगा दिया और चूसने लगा। मैंने एक हाथ से सोनम का पजामा नीचे कर दिया। फिर सोनम की पेंटी के अंदर हाथ डाल कर चूत को सहलाने लगा।
सोनम गर्म हो गई थी, तो सोनम ने मुझे पीछे किया और मेरी पेंट को खोलने लगी। सोनम ने बहुत ही जल्दी से मेरी पेंट और अंडरवियर को उतार दिया। फिर सोनम मेरे लंड पर टूट पड़ी। सच में दोस्तों सोनम एक पोर्न स्टार की तरह मेरा लंड चूस रही थी। मुझे बहुत मजा आ रहा था, मैं भी अब पूरा नंगा हो गया।
अब मेरे से रहा नहीं जा रहा था, तो मैंने सोनम को उठा लिया। फिर हम दोनों नंगे ही बाहर आ गए और दूसरे कमरे में जा कर सोनम को बैड पर डाल दिया। मैं सोनम की चूत के पास आ गया, और चूत पर मुंह लगा कर चाटने लगा। सोनम गांड उठा कर चूत मेरे मुंह में लगा रही थी। कुछ देर बाद सोनम की चूत ने पानी छोड़ दिया, जो मैं चाट कर पी गया।
अब मैं सोनम के उपर आ गया और अपना लंड सोनम की चूत पर रगड़ने लगा। फिर सोनम को किस करते हुए एक झटका मारा, और मेरा आधा लंड सोनम की चूत चीरता हुआ अंदर चला गया। सोनम तड़प उठी। मैं कुछ देर रुका तो सोनम मुझे बोली-
सोनम: धीरे डालो, आपका बहुत बड़ा है, रवी के लंड से भी बड़ा।
अब मैंने धीरे-धीरे लंड को सोनम की चूत में उतार दिया और सोनम की टांगो को अपने कन्धों पर रख कर सोनम की चुदाई शुरु कर दी। सोनम गांड उठा कर लंड लेने लगी। काफी देर तक सोनम की मैंने ऐसे ही चुदाई की। फिर मैं सोनम को कुतिया बना कर लंड सोनम की चूत में डाल कर चोदने लगा।
सोनम की गांड का छेद मुझे साफ दिखाई दे रहा था। मैं अपनी एक ऊंगली से गांड के छेद को सहलाने लगा। फिर मैंने ऊंगली को थूक से गीला किया, और गांड के छेद में डालने लगा। पर ऊंगली के अंदर जाते ही सोनम तड़प उठी, और उंगली बाहर निकालने को बोलने लगी। पर मैंने सोनम की एक ना सुनी।
मैं सोनम की चूत चोदते हुए गांड में ऊंगली भी करता रहा। कुछ देर बाद मेरे लंड ने अपना पानी सोनम की चूत में ही निकाल दिया। मेरा लंड शांत हो कर बाहर आ गया। फिर मैं सोनम के साथ ही सो गया।
सोनम मुझे बोलने लगी: आपके साथ तो मजा आ गया। रवी तो बहुत कम समय तक करता है मेरे साथ।
मैंने सोनम को चूमते हुए बोला: अब से मैं हूं मेरी जान तेरी प्यास बुझाने वाला।