आज मैं आपको एक मजेदार Hindi Sex Story सुनाने जा रहा हूँ। मेरा कजिन अपना पालतू कुत्ता हमारे घर छोड़ गया। वो कुत्ता भी मैं और मेरी बीवी की तरह ही था.. चुदास। वादा करता हूँ आप ऐसी और desi kahaniya मांगेंगे। पेश है टॉमी और मेरी बीवी की Hot Sex Story आपके लिए..
मेरा नाम राजेश है और बीवी का नाम चारु है। मैं २९ साल का हूँ और चारु की उम्र २६ साल है। मेरी बीवी एक बहुत ही खूबसूरत (३६-२५-३८) और सैक्सी औरत है। मेरा घर एक झील के किनारे एकाँत में है। यह बात उन दिनों की है जब मेरे चाचा का लड़का छुट्टी में घर जा रहा था। मेरा कज़िन जब छुट्टी में घर जा रहा था तो अपने कुत्ते, टॉमी, को मेरे घर में देख-भाल के लिये छोड़ गया। टॉमी एक एलसेशियन कुत्ता था और बहुत ही बड़ा था। हमने उस कुत्ते को अपने आउट-हाऊज़ में रख दिया। अगले दिन सुबह जब हम दोनों उस कुत्ते से मिलने गये तो वो अपनी पूँछ हिलाते हुए हमसे मिला और हम लोगों से उसकी दोस्ती हो गयी। रात को हम लोग खाना खा कर व्हिस्की क एक-एक पैगे लेके अपने बेडरूम में कुत्ते को ले कर बैठ गये। उस दिन शनिवार था और हमलोगों का प्रोग्राम जम कर चुदाई करने का था।
मैंने अपनी एक टी-शर्ट और चारु ने एक हल्के गुलाबी रंग की नाईटी पहन रखी थी। टॉमी हमारे पास ही घूम रहा था और बार-बार हमारे पास दुम हिलाते हुए आ रहा था। चारु उसके सर पर अपने हाथ फिरा रही थी। कुछ समय के बाद टॉमी अपना सर चारु के गोद में रख कर लेट गया। कुछ समय के बाद टॉमी अपने नथुने चारु की जाँघों के बीच रगड़ने लगा। शायद उसको चारु की चूत की खुशबू आ रही थी। टॉमी धीरे-धीरे अपने नथुने चारु की चूत के पास ला रहा था और धीरे-धीरे उसका लंड खड़ा हो रहा था।
मैं ने चारु को उसका लंड दिखाया तो वो हँस पड़ी और बोली,“शायद यह भी हमारी तरह चुदास है।” करीब दस मिनट के बाद चारु ने टॉमी को कमरे से बाहर निकालना चाहा क्योंकि वो बार-बार चारु की चूत के पास अपने नथुने रगड़ रहा था। चारु और मैंने एक-एक पैग और व्हिस्की पीया। चारु ने अपने पैर उठा कर अपनी नाईटी के अंदर कर लिये थे। टॉमी अब भी कमरे में घूम रहा था। हमारे पलंग और चारु के पैर के दरमियान कुछ जगह छूट गयी होगी और टॉमी जल्दी से आया और चारु की चूत को चाटने लगा। चारु इस अचानक टॉमी से चूत चुसवाने के लिये तैयार नहीं थी और वो उछल पड़ी। टॉमी का लंड अब बिल्कुल खड़ा हो गया था और अंदर से बाहर निकल आया था।
हम लोग अब बिल्कुल गरम हो गये थे और चुदाई के लिए तैयार हो चुके थे। मुझे बहुत जोर से पेशाब लगी थी और मैं बाथरूम में मूतने चला गया। तभी चारु को पता लगा कि उसके कान के बूँदे निकल गये हैं और वोह पलंग के नीचे घुटने के बल अपने कान के बूँदे ढूँढने के लिए घुस गयी। मैं अभी मूत रहा था कि मुझे चारु की चींख सुनाई दी। मैं दौड़ कर कमरे में आया और देखा कि चारु का कमर से ऊपर का शरीर पलंग के अंदर है और टॉमी उसके पीछे से कमर के ऊपर चढ़ कर चारु की चूत अपने लंड से चोदने की कोशिश कर रहा है। यह देख कर मेरी हँसी छूट गयी और मैं हँसने लगा। तभी चारु बोली कि “हँसना बाद में पहले टॉमी को मेरे ऊपर से अलग करो।” मैं जब टॉमी को अलग करने गया तो टॉमी गुर्राने लगा। मैं पीछे हट गया और देखने लगा कि उसका लंड जो अब करीब ९” (लम्बा) और ४” (मोटा) हो चला था चारु की चूत के अंदर घुसने की कोशिश कर रहा था। चारु ने चिल्ला कर पूछा कि “क्या देख रहे हो अब कुछ करो भी।”मैंने कहा, “रुको!” और मैं दौड़ कर एक शीशा ले आया और चारु को टॉमी के मोटे लंड से उसकी चूत की चुदाई का नज़ारा दिखाया।
चारु यह देख कर चौंक गयी और चिल्लाई कि, “टॉमी को मेरी चूत से हटाओ!” टॉमी अब तक चारु की चूत के अंदर अपना लंड डालने में सफ़ल हो गया था और उसकी चूत चोद-चोद कर उसका भुर्ता बना रहा था। अब तो चारु की नाईटी भी उसकी कमर तक उठ गयी थी और गोरे-गोरे चुत्तड़ और खूबसूरत गाँड साफ़-साफ़ दिख रही थी।
मैंने चारु से कहा, “रुको… मैं अभी एक डँडा लेकर आता हूँ और टॉमी को भगाता हूँ। बिना डँडे के टॉमी तुम्हारी चूत को नहीं छोड़ेगा!” मैं बाहर गया और बाहर जाकर मुझे एहसास हुआ कि चारु और टॉमी की चुदाई देख कर मेरा लंड भी खड़ा हो गया है। मैं बाहर जाकर डँडा ढूँढने लगा पर डँडा नहीं मिला तो मैं खिड़की से अंदर का नज़ारा देखने लगा। खिड़की पलंग के पास ही थी और मुझको अंदर का नज़ारा साफ़-साफ़ दिख रहा था। थोड़ी देर के बाद मैं कमरे में घुसा तो देखा कि चारु का पूरा मुँह लाल हो गया है और वो अपनी चूत की चुदाई से बहुत खुश लग रही है।
मैंने चारु से कहा कि, “बाहर कोई डँडा नहीं मिल रहा है!” चारु बोली कि, “कुत्ता मुझे खूब रगड़- रगड़ के चोद रहा है और मेरी चूत की चटनी बना रहा है।” मैंने चारु से पूछा, “क्या तुम्हारी चूत में दर्द हो रहा है?” तो वो बोली, “जैसे ही टॉमी का लंड मेरी चूत में पहली बार घुसा तो मेरी चूत ने पानी छोड़ दिया था और इस कारण अब मुझे मजा आ रहा है और चूत बहुत चुदासी हो गयी है और खूब पानी छोड़ रही है।” मैं उससे बोला कि, “टॉमी का लंड मेरे लंड से बहुत बड़ा है और तेरी चूत उससे चुदवाने से और फैल जायेगी और उसका लंड और अंदर तक चला जायेगा। टॉमी को जल्दी हटाना पड़ेगा, क्योंकि अगर उसका लंड तेरी चूत में फूल कर फँस गया तो तू उसके लंड से फँसी रह जायेगी।” चारु बोली, “इसका क्या मतलब?”
मैं बोला कि, “मैंने सुना है कि कुत्ता जब कुत्तिया को चोदता है तब कुछ देर के बाद उसका लंड नीचे से फूल जाता है और वो कुत्तिया की चूत में फँस जाता है। क्यों तूने रास्ते में कुत्ता और कुत्तिया गाँड से गाँड मिला कर चिपके हुए नहीं देखे हैं?”
चारु हंसते हुएबोली, “हाय जल्दी कुछ करो नहीं तो तुम्हरी बीवी भी टॉमी की गाँड से गाँड मिला कर फँसी रह जायेगी और तुम अपना लंड थामे देखते रह जाओगे और मुठ मारोगे।” मैं फिर से बाहर गया और खिड़की से देखने लगा। मुझे हैरानी हुई यह देख कर कि चारु अब अपनी गाँड को पीछे को धकेल रही है और बड़ी मस्ती से टॉमी के लंड का धक्का अपनी चूत में बड़े आराम के लगवा रही है। धीरे-धीरे टॉमी ने अपना पूरा ९ इन्च लम्बा लंड चारु की चूत के अंदर पेल दिया। मुझे खिड़की से साफ़-साफ़ दिख रहा था कि चारु की चूत से सफ़ेद-सफ़ेद पानी निकल कर जमीन पर टपक रहा था और उसकी गाँड का छेद खुल और बँद हो रहा था।
मुझे अपनी और चारु की चुदाई के अनुभव से लग रहा था चारु की चूत फिर से पानी छोड़ रही है। थोड़ी देर के बाद टॉमी अपनी कमर को खूब जोर से हिलाने लगा और अपना ९ इन्च का लंड चारु की चूत के अंदर-बाहर बड़ी ज़ोरों से करने लगा। चारु के मुँह से सिसकरी निकल रही थी और वो अनाप-शनाप बोले जा रही थी, जैसे कि, “हाय मेरी माँ, मेरी चूत फट गयी है… कोई आकर देखे एक कुत्ता कैसे मेरी चूत की चुदाई कर रहा है… हाय और जोर से चोदो… फाड़ दो मेरी चूत… हाय मेरी चूत की खाल निकाल दो। हाय राजेश… देखो कैसे एक कुत्ता तुम्हारे ही सामने तुम्हारी बीवी को अपने मोटे लंड से चोद रहा है…हाय बड़ा मज़ा आ रहा है। हाय टॉमी… और जोर से चोद मुझे… आज फाड़ दे मेरी चूत को… बुझा दे मेरी चूत की गरमी को!” टॉमी ने थोड़ी देर चारु की चूत को खूब जोर-जोर से चोदा और फिर झड़ कर सुस्त हो गया।
इतने समय तक चारु की चूत की चुदाई देखते-देखते मैं भी अपना लंड हाथ में थामे-थामे झड़ गया। मैं जल्दी से कमरे के अंदर भाग कर गया तो देखा कि चारु की चूत अब बहुत फैल चुकी है और उसमें से टॉमी के लंड की झड़न निकल रही है। चारु टॉमी की चुदाई से थक गयी थी और हाँफ़ रही थी। मैं उसके पास गया और बोला कि, “मैं अब टॉमी को लात मार कर भगा देता हूँ।” चारु बोली, “नहीं अभी वो भी सुस्त हो गया है और थोड़ी देर के बाद जब उसका लंड मेरी चूत से छुटेगा तो वो अपने आप ही चला जायेगा!” करीब दस मिनट के बाद टॉमी का लंड मुरझा गया। चारु की चूत का छेद अब काफ़ी बड़ा हो गया था और काफ़ी सूज सा गया था। उसकी चूत से अब भी टॉमी का माल बूँद-बूँद कर के निकल रहा था। मैंने धीरे से चारु को पकड़ कर खड़ा किया। चारु मुझे शरमाई आँखों से देखने लगी और शरमा के बोली, “आज तक मेरी चूत इस कदर कभी नहीं चुदी, टॉमी के लंड से मेरी चूत बिल्कुल भर सी गयी थी। टॉमी के लंड ने मेरी चूत की खूब चुदाई करी और मैं पाँच बार झड़ी!” उसके बाद चारु अपनी नाईटी और सैण्डल उतार कर बाथरूम में गयी और अच्छी तरह से रगड़-रगड़ कर नहाई। चारु बाहर आकर नंगी ही बिस्तर पे बैठ गयी और मुझसे बोली, “आओ राजेश अब तुम मुझे चोदो… मेरी चूत तुम्हारा लंड खाने के लिए प्यासी है… आओ जल्दी से अपना मोटा लंड मेरी चूत में पेल दो और जोर-जोर से धक्के मार-मार कर खूब अच्छी तरह से चोदो।” इतना बोल कर चारु मेरे हाथों को अपनी चूची पर ले गयी और मेरा खड़ा लंड अपने मुँह में ले कर जोर-जोर से चूसने लगी। मैंने अपनी एक उँगली चारु की चूत के अंदर पेल दी और अंदर-बाहर करने लगा।
चारु बोली, “क्यों टाइम बर्बाद कर रहे हो, जल्दी से उँगली हटा कर अपना लंड मेरी चूत में पेलो।” मैंने भी उठ कर अपने लंड का सुपाड़ा चारु की चूत के छेद पर लगाया और एक ज़ोरदार धक्का मार कर पूरा का पूरा लंड एक झटके के साथ चारु की चूत में घुसेड़ दिया। चारु की चूत थोड़ी देर पहले टॉमी के ९ इन्च लम्बा और ४ इन्च मोटा लंड खा चुकी थी और इसी लिए उसकी चूत अब तक फैली हुई थी जिससे कि मुझे चारु को चोदने में मज़ा नहीं आ रहा था। फिर भी मैंने चारु की चूत को चोदा और उसकी चूत को अपनी झड़न से भर दिया और फिर मैं और चारु सो गये।
अगले दिन संडे था और सुबह टॉमी हमारे कमरे के अंदर आया तो चारु ने प्यार से उसके सर पर हाथ फिराया और मुझे आँख मरती हुई धीरे से बोली, “आज क्या करना है।” हम दोनों ने नाश्ता किया और झील के किनारे एकाँत में पिकनिक मनाने के लिए तैयार हो रहे थे। हम लोग जब कपड़े बदल रहे थे तो चारु ने कहा, “देखो, यह क्या है?” मैं झुक कर चारु की टॉमी के लंड से चुदी चूत की तरफ़ देखने लगा। मैंने देखा कि चारु की चूत से अब भी टॉमी के लंड की झड़न रिस-रिस कर निकल रही है। चारु ने धीरे से अपनी चूत को पोंछ डाला और बोली कि, “मैंने कल रात करीब चार-पाँच बार उठ कर अपनी चूत को साफ़ किया है। टॉमी ने कल रात की एक चुदाई से अपने लौड़े का माल तुम्हारे माल से करीब तीन-चार गुना ज्यादा मेरी चूत में डाला है और वो अभी तक निकल रहा है।”
हम लोग सुबह-सुबह झील के किनारे गये और एक दरी बिछा के उसपे लेट गये। टॉमी हमारे बीच घूम फिर रहा था और बार-बार चारु की तरफ़ घूर रहा था। चारु टॉमी के सिर पर हाथ फिरा कर बोली, “हाय, तूने कल बहुत मज़ा दिया!”टॉमी ने जल्दी से अपने नथुने चारु की चूत पर रख दिये लेकिन चारु ने अपने चुत्तड़ हिला कर अपनी चूत टॉमी के नथुने से अलग कर दी। चारु ने अपने सारे कपड़े उतार दिये थे लेकिन अपनी पैंटी पहन रखी थी और मैंने सिर्फ़ एक जाँघिया पहन रखा था। मैं चारु से बोला, “क्यों ना हम अपने सारे कपड़े उतार दें क्योंकि यह सुनसान प्राइवेट-सी जगह है और आस पास कभी कोई आता-जाता भी नहीं है।” कल टॉमी से चुदाई के बाद मुझे चारु का रिएक्शन देखना था। चारु मेरा कहना मान गयी और पूरी तरह नंगी हो गयी। चारु को नंगी देख कर टॉमी के कान खड़े हो गये और वो चारु की चूत की तरफ़ देखने लगा। मैंने चारु से पूछा, “क्या टॉमी को भगा दिया जाये?” तो चारु बोली, “नहीं कल रात टॉमी ने मुझे ना तो काटा और ना ही कोई नुकसान पहुँचाया, बस मेरी चूत को जम कर चोदा!”
मैं मज़ाक में चारु से बोला, “काश मेरा भी लंड टॉमी के जैसा मोटा और लम्बा होता!”
चारु बोली, “नहीं तुम्हारा लंड बहुत बड़ा है लेकिन कुत्ते का लंड तो कुत्ते का ही है!”
मैं चारु से बोला, “शायद तुम पहली या आखरी औरत नहीं हो जिसकी चूत कुत्ते के लंड से चुदी हो।“
चारु बोली, “मैं मैगज़ीन और किताबों में पढ़ चुकी हूँ कि औरतें कुत्ते से चुदवाना पसंद करती हैं!”
मुझे चारु की बात सुन कर बहुत ताज्जुब हुआ और सोचने लगा कि चारु ऐसा क्यों कह रही है। हम लोग लेटे हुए बात कर रहे थे। टॉमी बार-बार चारु के पास आ रहा था और अपना नथुना चारु की चूत के पास ला रहा था, लेकिन चारु बार-बार उसको हटा रही थी। टॉमी का लंड अब खड़ा होने लगा था और वो फूल कर लटक रहा था। टॉमी का मोटा खड़ा लंड देख कर चारु अपने होंठ चाट रही थी। अब तक धूप काफ़ी निकल आयी थी और मुझको गरमी लग रही थी। इसलिए मैं चारु से बोला कि, “मैं घर के अंदर जाता हूँ, क्या तुम भी आना चाहती हो?”
चारु बोली, “नहीं मैं बाहर ही रहुँगी!”
मैंने फिर पूछा, “क्या मैं टॉमी के लेकर जाऊँ?”
तो चारु बोली, “नहीं रहने दो। इसको बाहर ही रहने दो।”
मैं एक पेड़ के पीछे जाकर छाँव में बैठ गया और सोने की तैयारी करने लगा। चारु मुझको मुड़-मुड़ कर देख रही थी। मैं समझ गया वो मुझको सोते देखना चाहती है। इसलिए मैं आँख बँद करके सो गया। करीब पाँच मिनट के बाद उसने मेरा नाम पुकारा लेकिन मैं चुप रहा और सोने का बहाना करता रहा। फिर चारु भी एक पेड़ के नीचे जाकर लेट गयी और अपने सैंडल से टॉमी का लंड, जो कि अभी तक पूरा खड़ा नहीं हुआ था, छूने लगी। टॉमी अब चारु के और पास गया। चारु ने तब टॉमी को और पास खींच लिया और उसका लंड अपने हाथ से पकड़ कर हिलाने लगी। सिर्फ़ दो मिनट के बाद टॉमी का लंड खड़ा हो गया और चूत में घुसने के लिए तैयार हो गया।
टॉमी जल्दी से चारु के ऊपर चढ़ गया। चारु चित्त लेटी हुई थी। मेरी समझ में नहीं आ रहा था कि चारु कैसे चित्त लेट कर टॉमी से चुदवायेगी। चारु ने टॉमी को अपने और ऊपर खींच लिया। अब टॉमी का खड़ा लंड चारु की चूंची के ऊपर था। चारु ने टॉमी को और ऊपर खींचा। अब टॉमी का लंड ठीक चारु के मुँह के उपर था। चारु ने अपनी जीभ निकाल कर धीरे से टॉमी के मोटे खड़े लंड को चाटा। अब चारु ने धीरे से टॉमी का लंड अपने मुँह के अंदर लिया और उसको जोर-जोर बड़े मज़े से चूसने लगी और साथ-साथ अपने एक हाथ से अपनी चूत में उँगली डाल कर अंदर बाहर कर रही थी।
थोड़ी देर बाद चारु ने अपने मुँह से टॉमी का लंड निकाला और टॉमी का लंड अपनी चूची पर रगड़ने लगी और दूसरे हाथ से उसके गोल-गोल गोटे सहलाने लगी। टॉमी ने बड़ी जोर से एक बार अपनी कमर हिलायी और चारु की चूची, मुँह और चेहरे पे झड़ने लगा। चारु धीरे से अपनी जीभ निकाल कर अपने मुँह और चेहरे पर गिरा टॉमी का माल चाटने लगी। मुझे यह देख कर बड़ी हैरानी हुई क्योंकी आज तक चारु ने इतने जोश और इच्छा से कभी मेरा लंड मुँह में ले कर नहीं चूसा था, लेकिन आज वो टॉमी का लंड बड़े मजे से चूस रही थी।
अब चारु धीरे से नीचे सरक कर अपनी चिकनी चूत टॉमी के मुँह के पास ले गयी। टॉमी अब चारु की गाँड से लेकर उसकी चूत की घुँडी तक चाटने लगा। टॉमी के चूत चाटने से चारु झड़ गयी और बड़ी हसरत भरी निगाहों से टॉमी के लंड की तरफ़ देखने लगी। सिर्फ़ दो-तीन मिनट के बाद ही टॉमी का लंड फिर से खड़ा होने लगा और अब मुझको समझ में आने लगा कि चारु टॉमी को एक बार झड़ लेना चाहती थी जिससे कि टॉमी खूब देर तक चारु की चूत की अपने लंड से चुदाई कर सके।
अब चारु अपने हाथ-पैर के बल झुक कर कुतिया जैसी हो गयी। अब कुत्ता पीछे से आकर चारु कि चूत सूँघ कर फिर से चाटने लगा और फिर चारु के ऊपर चढ़ गया। अब टॉमी का लंड चारु के चूत के छेद के सामने था और चारु ने अपना हाथ पीछे ले जाकर टॉमी का लंड अपनी चूत के छेद से मिला दिया।
अब टॉमी अपनी कमर को धीरे-धीरे से चला कर अपना लंड धीरे-धीरे चारु की चूत के अंदर डालने लगा और धीरे-धीरे चारु की चूत को चोदने लगा। कुत्ते का लंड चारु के चूत-रस से भीग कर बहुत चमक रहा था। टॉमी के मोटे लंड से चारु की चूत का छेद बहुत फैल गया था और मुझ को लग रहा था कि कल रात की चुदाई से चारु का छेद टॉमी का लंड आसानी से भीतर ले लेगा। टॉमी अब अपने मोटे लंड को करीब ५ इन्च बाहर निकाल रहा था और पूरे जोर से अंदर पेल रहा था। मुझे अब साफ़-साफ़ चारु की चूत से चुदाई की आवाज सुनाई पड़ रही थी। टॉमी ने करीब १५ मिनट तक चारु की चूत का मंथन किया और इतने समय में चारु करीब ५ बार झड़ी क्योंकि चारु हर बार झड़ने के साथ बहुत बड़बड़ा रही थी।
आखिरकार टॉमी अब ठंडा पड़ चुका था पर उसक लंड चारु के चूत में फँस गया था। टॉमी चारु की पीठ से अपने आगे के पैर हटा कर मुड़ गया और अब दोनों की गाँड से गाँड चिपकी हुई थी और दोनों हाँफ रहे थे। जब चारु की साँसें सामान्य हुई और वो गर्दन घुमा कर देखी तो मुझसे नजरें टकरा गयी। वो हँस कर बोली कि, “टॉमी का लंड बहुत मोटा और लम्बा है और कल रात की चुदाई से मेरी चूत लंड की ठोकर खाने के लिए तड़प रही थी। फिर यह कुत्ता तो कल चला ही जयेगा इसलिए मैंने इसके लंड से फिर एक बार अपनी चूत मरवा ली। क्या बताऊँ बहुत ही मज़ा आया। जब टॉमी धक्के मारता है तो लगता है उसका लंड मेरे मुँह से निकल कर बाहर आ जायेगा । मैं तो अब इससे गाँड भी मरवाना चाहती हूँ।”
इतनी देर में कुत्ते का लंड ‘प्लॉप’ की आवाज के साथ चारु की चूत से निकाल आया। मुझे चारु के चूत का फ़ैला हुअ छेद अब साफ़-साफ़ दिख रहा था और उसमें से टॉमी का माल टपक रहा था। चारु की चूत का मटर दाना (क्लिट) और चूत की पपड़ी बिल्कुल फूल कर लाल पड़ चुकी थी। मैं जब चारु से झील में जाकर नहाने के लिए बोला तो वो मेरा लौड़ा पकड़ कर बोली कि, “चलो तुम भी नहा लो क्योंकि तुम मेरी चुदाई देख कर गरम हो गये हो और अब तो तुमहारे कज़न का भी आने का समय हो गया है।”
मैं बोला, “जब तुम टॉमी से इतनी अच्छी तरह से चुदवा सकती हो तो मैं आज रात को तुमसे अपना लंड चुसवाऊँगा और तुम्हारी गाँड भी मारूँगा।”
चारु बोली, “ठीक है, पहले मैं तुम्हारा लौड़ा चूसूँगी और फिर तुम मेरी गाँड में अपना लंड पेल कर मेरी गाँड फाड़ देना। बस अब चलो नंगे होकर झील में नहाते हैं।”
मेरा चचेरा भाई शाम को हमारे घर आया और हमसे बोला कि, मैं ६ महीने के लिए विदेश जा रहा हूँ और टॉमी को किसी के हाथ बेच कर जाऊँगा। चारु मेरी तरफ़ तीरछी नज़रों से देखने लगी लेकिन कुछ बोली नहीं। मैं चारु के तरफ़ देखते हुए भाई से बोला, “अगर सिर्फ़ ६ महीने की बात है तो हम लोग टॉमी को अपने पास रख लेंगे क्योंकि हमारा घर भी बड़ा है और हम लोग बिल्कुल अकेले रहते हैं।” चारु मेरी तरफ़ देख कर मुस्कुराई और आँखों से मुझे धन्यवाद दिया।