हेलो दोस्तो, मेरा नाम जय सिंह है। मैं 27 साल का हूं, और मेरी हाइट 6 फीट है। लंड का साइज़ 7 इंच है और शरीर बहुत ही शानदार है। ये कहानी मेरी और मेरी मौसी की है, जो 5 साल पुरानी है। मैं टैब 22 का था, और मेरी मौसी 37 साल की थी।
बहुत ही गदराया हुआ बदन, एक-दम शानदार। उनकी गांड बहुत ही गोरी और बड़े-बड़े दूध। उनके 3 बच्चे हैं. 1 का जन्म 6 साल पहले ही हुआ था। जब वो अपने बच्चों को दूध पिलाती थी, तब उनका बड़ा दूध मेरे सामने ही निकल कर पिला देती थी। मुझे लगता था कि कब मैं दूध पिऊंगा उनका।
वो गांव की थी, तो बाथरूम के पास ही बाहर नाल पर नहाती थी। मैं उनकी पिछली कई साल से नंगा नहाते हुए देख रहा था। वो जब नहाते हैं, तो मैं उनके घर पहुंच जाता था। वो करीब 10 बजे नहाती थी, और बच्चे स्कूल जाते थे और मौसा जी अपने काम पर चले जाते थे।
एक बच्चा तो एक साल का था. बस उसको खिलाने के बहाने उनको घर पहुंच जाता था। फिर उनको नंगा नहाते देख कर बहुत मुठ मारता था। वो बिलकुल नंगी हो कर अपना दूध और चूत बहुत रगड़-रगड़ कर धोती थी, और मुझे बहुत अच्छा लगता था।
उनकी चूत पर बहुत बड़ी झांटे थी। मजा आता था. उनकी चूत दिखाई तो नहीं देती थी, पर थोड़ी काली-काली थी और गांड बहुत बड़ी और गोरी। लगता था कि वो गांड मेरे मुँह पर रख दे, और मैं जाम कर चाट लू।
ऐसा ही एक दिन बहार का नाल ख़राब था, तो मौसी बाथरूम में जा कर नहाने लगी। मुझे तो उनको नहाते हुए देखना था, तो मैंने बाथरूम की जाली से उनको देखने के चक्कर में एक स्टूल लिया, और उस पर चढ़ कर उनको नहाते हुए देख रहा था। उनका मुँह दीवार की तरफ था, और गांड मेरी तरफ।
मुझे बहुत अच्छा लग रहा था। मैं अपना लंड निकाल कर मसल रहा था। तभी स्टूल टूट गया, और मैं गिर गया। मौसी को भी आवाज़ आ गई और वो तौलिया लपेट कर बाहर आ गई। जब मुझे गिरा हुआ देखा, और मेरे लंड को देखा, तो वो समझ गई कि ये मुझे देख रहा था नहाते हुए।
उसने बस मेरा कॉलर पकड़ा, और उठा कर बहुत डांटा। फिर उसने मेरा लंड देखा जो बहुत ज्यादा फनकार मार रहा था, और किसी फौलाद की तरह खड़ा था। उसने लंड पकड़ा और मेरे को बाथरूम में ले गई। मेरे कपड़े उतारे, और मेरा लंड पकड़ कर अपने मुँह में मेरा सुपाड़ा ले लिया।
धीरे-धीरे जीभ फेरी तो मेरी आंखें बंद हो गईं। फिर वो पूरा लंड मुँह में लेकर जान कर चुनने लग गई।
मुझे बहुत मजा आ रहा था. बस 2 मिनट में हाय मेरा लंड उनके मुँह में झड़ गया। बहुत ज्यादा माल निकला, और मौसी पूरी माल ही खा गई मेरा।
फिर उसने मुझे चूमना चालू किया, और मैंने भी उनकी गांड दबानी शुरू की। दूध को दबाना शुरू किया तो उनका दूध बाहर आने लग गया। मैंने पूरा दूध पिया, और बहुत ज्यादा गांड की झील में हाथ डालने लग गया।
अब मेरा मन उनकी गांड चाटने का और चूत चाटने का हो रहा था। मैं नीचे बैठा और मौसी की एक टांग अपने कंधे पर रख ली, और उनकी काली झांटों में अपना मुंह अंदर डाला ताकि चूत पर जीब लगा दूं। फिर मैंने अपने हाथ से उनकी चूत फेला कर अपनी जिह्वा से चाटना चालू किया।
इसे मौसी के शरीर में करंट दौड़ गया। मैने जिभ और अंदर तक डाली, तो उनको बहुत मजा आया। धीरे-धीरे मैंने अपना कमाल दिखाया, और मौसी भी मेरे मुँह पर झड़ गई। बहुत शानदार पानी था मौसी की चूत का। फिर मैं उनको शॉवर के नीचे लाया और दीवार की तरफ उनका मुंह किया थोड़ा सा।
फिर कमर पर हाथ रख कर झुकया और फिर मैंने उनकी गांड में जीभ मरनी शुरू करी। उनका बुरा हाल हो गया। वो आंखें बंद करके बहुत आह आह आह कर रही थी। तब उसने बताया कि पहली बार कोई गांड चाट रहा था उनकी।
तब मैंने उनकी बड़ी गांड को और फेलया और अपने जीब सीधे उनके छेद पर लगायी। इसे वो पागल ही हो गई. फिर मैंने जाम कर उनकी गांड का छेद चाटा, और बहुत मजा आ रहा था मुझे। मैं उनकी चूत की झांटे भी खा रहा था। बहुत अच्छा लग रहा था.
फिर मैंने उनको खूब परेशान किया, सबुन लगा-लगा कर और तौलिये से शरीर को पोंछ कर बेडरूम में ले गया। उनको मैंने लिटाया, और उनकी तांगे चौड़ी करके पहले थोड़ी उनकी बालों वाली चूत चाटी। फिर अपना लंड उनकी चूत पर रख कर एक धक्का दिया।
इसे आह की आवाज़ करी मौसी ने, और पूरा लंड एक दम अंदर चला गया। फिर मैंने जाम कर चूत मारना शुरू कर दिया, और उनके दूध मुंह में लेकर उनको चुनना शुरू कर दिया। मैं मौसी का दूध पी कर उनकी अच्छी चुदाई कर रहा था। मुझे बहुत आनंद आ रहा था। 5 मिनट के बाद मौसी ने ऊपर मेरे लंड पर आ कर जाम कर चूत मरवाई।
फिर थोड़ी देर में ही हम दोनों का पानी निकल गया। मौसी मेरे ऊपर ही लेट गयी. मेरा लंड उनकी चूत में ही आराम कर रहा था, और मैं मौसी की गांड पर अपने दोनो हाथ रख कर दबा रहा था। फिर हम बाथरूम जा कर खूब लिपट-लिपट कर नहाये, और अपने-अपने कपड़े पहन कर बाहर आ गये मैं भी खुश था कि काफी सालों से जिसको चोदने के चक्कर में था, उसको चोद दिया। मौसी भी खुश थी कि एक जवान लंड मिल गया, और गांड भी चटवा ली। फिर मैंने और मौसी ने और भी बहुत बार नहाते हुए चुदाई की, बहुत रगड़-रगड़ कर।
मैंने मौसी के साथ थ्रीसम भी किया। उनके घर के सामने मेरी गर्लफ्रेंड रहती थी, उससे दोस्ती करवाई, और मौसी के घर उसको भी चोदा।
मेरा एक दोस्त भी मेरी मौसी की गांड का दीवाना था। वैसे तो बहुत दीवाने थे, क्योंकि उनकी गांड बहुत बड़ी थी, और बहुत गोरी थी। पर मैंने अपने दोस्त को कहा कि अगर वो अपनी जीएफ की चूत दिलवाएगा तो मैं आंटी और अपनी जीएफ की चूत और गांड दोनों दिलवा दूंगा। ये कहानी भी अगली बार लिखूंगा बस यहीं थी कहानी। आगे भी बहुत सारी कहानियाँ हैं मेरे पास। लेकिन उनको पोस्ट करने से पहले इस कहानी पर अपनी प्रतिक्रिया जरूर दें।