सेक्सी मौसी की चुदाई हिन्दी कहानी में मैंने अपनी मम्मी की चचेरी बहन की कुंवारी चूत फाड़ दी। मौसी मेरे से सिर्फ एक साल बड़ी थी और मैं उसका सेक्सी जिस्म देख उसे चोदने का सोचता था।
मैं साधारण सा दिखने वाला लड़का हूं पर पढ़ाई में अच्छा हूँ.
मेरी उम्र 19 साल है. घर पर सब मुझे सोनू कह कर बुलाते हैं.
अभी कुछ दिन पहले अप्रैल में मेरी बीए पहले साल की की परीक्षा थी.
इसके लिए मैं अपनी नानी के घर गया था और वहां पर मेरी मम्मी की चचेरी बहन यानि मौसी नेहा थी.
वह मुझसे सिर्फ एक साल बड़ी है.
यह सेक्सी मौसी की चुदाई हिन्दी कहानी इसी नेहा की है।
नेहा को मैं बहुत पहले से चोदना चाहता था.
मैं उसको देख कर मन ही मन उसको चोदने के सपने देखा करता था.
उन्हीं दिनों के बीच में मेरे मामा की लड़की का जन्मदिन भी था, तो सब लोग थे.
उस दिन मेरी मौसी नेहा भी थी जिसको देख कर मेरे अन्दर के अरमान फिर से जाग उठे थे.
अब उसकी शादी तय हो चुकी थी.
इस बार जब मैं उससे मिला तो मुझे ऐसा महसूस हो रहा था कि वह इस रिश्ते से खुश नहीं है और उसको यह शादी नहीं करनी है.
उसकी बातों से और उसके व्यवहार से ऐसा लग रहा था कि वह भी मुझे मन ही मन पसंद करती है.
क्योंकि जब हम दोनों सेल्फी ले रहे थे तो वह मुझसे कुछ ज्यादा ही चिपक रही थी।
इससे मुझे और ज्यादा मजा आ रहा था.
उस दिन ऐसा कई बार हुआ कि वह मुझसे किसी न किसी बहाने चिपक रही थी और उसको भी अच्छा लग रहा था.
इसके बाद रात को सब लोगों ने पार्टी के मजे किए, नाचे और खाना खाते हुए एक दूसरे से खूब मजाक मस्ती भी की.
मैं बता दूं कि मैं इस बार नानी के घर लंबे अरसे के बाद गया था.
मैं नेहा मौसी से इतने दिनों बाद मिल रहा था तो मुझे भी बहुत अच्छा लग रहा था.
हम दोनों ने उस रात खूब बातें की.
फिर वह अपने घर चली गई और वह रात बीत गई.
अगले दिन मैं शाम को उसके घर गया.
वह मेरे नानी के पड़ोस में ही रहती थी.
हम दोनों में ऐसे ही बात चल रही थी.
मैं और वह अकेले थे.
उसने अचानक से पूछा- क्या तुम्हारी कोई जीएफ है?
मैंने झूठ बोल दिया- हां है.
वह मुझसे मेरी लव स्टोरी पूछने लगी.
मैंने उसे कुछ नहीं बताया और बोला- रात को आप कॉल या मैसेज कीजिएगा, फिर बताऊंगा.
रात को हम दोनों चैट करने लगे.
मैंने उसे ये कहकर अपने दोस्त की लव स्टोरी बताई कि ये मेरी कहानी है.
उस दिन भी हम दोनों ने खूब बातें की.
उसी दरमियान मुझे ये भी पता चला कि उसको अभी तक सेक्स का कुछ अनुभव नहीं है, वह एकदम अक्षतयौवना थी.
वैसे वह दिखने में काफी सुंदर है और एकदम कड़क माल लगती है.
मैंने उसी रात उसको एक पोर्न वीडियो भी भेजा और उसको सेक्स से संबंधित काफी सारी बातें बताईं.
अगले दिन जब मैं उससे मिला।
तो वह हंसती हुई कह रही थी कि मुझे यकीन नहीं होता सोनू कि तुमने ये सब भी किया है!
वह ओरल सेक्स के लिए कह रही थी.
मैंने कहा- तो इसमें कौन सा गलत किया है. आपकी भी शादी होने वाली है, आप भी तो करोगी!
वह हंसती हुई बोली- छी: मुझे नहीं करना … ये सब कितना गन्दा है!
उसके बाद उसी दिन हमारे बीच बात होते होते कुछ ऐसी स्थिति हो गई थी कि मैंने उसे बता दिया- नेहा मौसी, यार मैं आपको बहुत पहले से पसंद करता हूँ और मैं ये जानता भी हूँ कि आपकी शादी तय हो गई है. पर मैं आज आपको अपने दिल की बात बता रहा हूँ.
वह उस समय तो कुछ नहीं बोली, पर उसका सीधा इशारा था कि वह भी मुझे पसंद करती है.
फिर मैं अपनी नानी घर में चला आया.
उसी दिन 8 बजे के करीब उसका मैसेज आया और हमारे बीच कुछ बातें हुईं.
ये बातें उसी को लेकर हुई थीं जो मैंने उसे अपने दिल की बात बताई थी.
मैंने उससे पूछा- आप भी बताइए कि क्या आप भी मुझे पहले से पसंद करती थीं क्या?
वह बोली- पहले से करती थी कि नहीं, ये तो नहीं पता … पर जब आज तुमने अपने दिल की बात कही, तब मुझे जो महसूस हुआ … वह पहले कभी भी नहीं हुआ था.
फिर मैंने कहा- आप मेरा पहला प्यार हैं और हमेशा रहेंगी.
वह मेरी जीएफ की बात को लेकर मस्ती करने लगी और ऐसे ही बात करते करते करीब 10 बज गए.
मैंने कहा- अपने पहले प्यार की कोई निशानी तो होनी चाहिए.
वह बोली- मुझे किस करना है तुमको?
मैं चौंक गया.
मेरा सपना धीरे धीरे सच हो रहा था, पर दिक्कत ये थी कि इतनी रात को किस कैसे करें!
मैंने कहा- कल जब मौका मिलेगा, तब करेंगे.
लेकिन उसकी चूत में बहुत ही आग भड़क गई थी.
उसे आज ही मेरे साथ कुछ तूफानी करना था.
यूं ही बात करते करते करीब रात के 12 बज गए.
वह बोली- तुम मेरे कमरे में आ जाओ, मैं पीछे का दरवाजा खोल दूंगी.
मैं नानी के घर से निकल कर उसके घर चला गया.
उसने सारी लाइटें बंद कर दी थीं जो बाहर जल रही थीं.
मैं बड़े आराम से उसके कमरे में आ गया और लाइट बुझा कर उसको कसके पकड़ कर चूमने लगा.
मौसी के होंठों को चूसते चूसते मैंने पूछा- क्या आपकी चूची दबा दूं?
वह इतना ज्यादा गर्म हो गई थी कि मेरे इतना कहने पर ही अपना कुर्ता ऊपर उठा दिया और ब्रा को भी हटा दिया.
मैं उसके मस्त मस्त चूचे देख कर हैरान था.
अगले ही पल मेरे होंठ और हाथ मौसी की चूचियों पर जम गए थे.
मुझे उसके चूचे चूसने में बहुत मजा आ रहा था.
मैंने उसके चूचे खूब रगड़े.
उसके चूचे बहुत ज्यादा बड़े तो नहीं थे पर मजे लेने के लिए काफी थे.
उसकी चूचियां और होंठ चूसते चूसते मैंने अपना हाथ उसकी टांगों के बीच ले जाकर चूत पर रख दिया.
उसने मेरा हाथ हटाते हुए मना कर दी कि जो भी करना है, ऊपर करो … नीचे कुछ नहीं.
मैंने जबरदस्ती अपना हाथ उसकी सलवार में डाल दिया और उसकी चूत को थोड़ा सा सहला दिया.
वह मना करते करते भी मूड में आ गई थी.
मैंने उस रात को करीब 20 मिनट तक उसके साथ मजे किए, पर सेक्स नहीं कर पाया.
वह इसके लिए राजी हो ही नहीं रही थी.
उसने मुझे चूत भी नहीं देखने दी और न ही उसने मेरा लंड छुआ.
वह बोली- बस अब तुम जाओ!
मैं उस रात वापस चला आया.
वापस जाते समय मैंने उसे पीछे से गले लगाया और उसकी गर्दन पर किस किया.
अगली सुबह मैं उसके घर गया तो मालूम हुआ कि वह खेत में काम करने चली गई है.
इसी वजह से मैं उससे नहीं मिल सका.
शाम को जब वह खाना बना रही थी और उसके घर के सब लोग खेत में काम कर रहे थे तो उसने मुझे मैसेज करके बुलाया.
मैं उसके घर आ गया.
मैंने फिर से उसके गोरे गोरे चूचे खूब रगड़े और होंठों को भी खूब चूसा.
पर वह अभी भी अपनी चूत को नहीं दिखा रही थी.
वह शर्मा रही थी।
पर इस बार मेरी थोड़ी ज्यादा गुजारिश करने पर उसने अपनी सलवार को खोल दिया.
अन्दर मौसी की चूत एकदम मस्त फ़ूली हुई थी.
भूरे रंग की चूत पर हल्के हल्के बालों के साथ पकौड़ी सी चूत बड़ी मस्त दिख रही थी.
मुझसे रहा नहीं गया और मैं उसके मना करने के बाद भी अपना मुँह उसकी चूत पर रखकर चूसने लगा.
वह घबराती हुई बोली- यह क्या कर रहे हो?
मैंने उसकी एक न सुनी और कुछ समय तक चूत चूसता रहा.
अब उसको भी चूत चुसवाने में मजा आ रहा था.
वह बोली- मुझे तुम्हारा वह अन्दर लेने का मन कर रहा है.
मैंने अपना लंड बाहर निकाला।
पर तभी ऐसा लगा कि जैसे कोई बाहर आया है.
फिर हम दोनों ने जल्दी से अपने कपड़े ठीक किए और बातें करने लगे.
मेरा शक सही था, घर के सब लोग आ गए थे.
फिर दो दिन बाद रात को नेहा मौसी के पापा (मेरा नाना के भाई) ने मीट बनाया था.
उन्होंने मुझे भी खाने के लिए बुलाया.
मैंने खाना खाया.
फिर सब कहने लगे- आज यहीं पर सो जाओ.
मैं और नेहा मौसी साथ में एक कमरे में पढ़ने के बहाने चले गए.
जब सब लोग सो गए, तब मैंने नेहा मौसी के साथ सेक्स का खेल खेलना शुरू कर दिया.
आज वह थोड़ा सा इतरा रही थी पर मैं आज उसे चोदने के पूरे मूड में था.
मैं उसे किस करने लगा और वह भी मेरा साथ देने लगी.
उसने मुझे कसके अपनी बांहों में भर लिया और मैं उसके चूचे चूसने लगा.
कुछ पल बाद मैंने अपना हाथ उसकी सलवार में डाल दिया और मौसी की चूत को मसलने लगा.
चूत मसले जाने से वह भी एकदम मूड में आ गई थी.
वह मेरा लंड अपने हाथ में लेकर सहला रही थी.
मैं अपना मुँह उसकी नाभि पर रखकर चूसने लगा तो वह ऐसे तड़प रही थी जिसे शब्दों लिखना संभव ही नहीं है.
मैं उसके बदन को खूब सहला रहा था और उसकी चूचियों को मनमर्जी से दबा रहा था.
वह भी अब चुदवाने के लिए तैयार थी पर उसको इस बात का डर था कि बुर की सील टूटने से दर्द होगा.
मैंने उसे समझाया- यह प्यार का दर्द है और एक बार तो होगा ही!
ऐसे ही मैंने उसे समझा कर अपना लंड उसकी कुंवारी बुर पर रख दिया, फिर थूक लगा कर घुसेड़ने लगा.
मौसी की चूत इतनी ज्यादा टाइट थी कि मेरा मोटा लंबा लंड घुस ही नहीं रहा था.
मैंने जबरदस्ती उसकी चूत में अपना लंड पेल दिया.
मेरा लंड चूत में अभी थोड़ा सा ही गया था कि वह दर्द से तड़पने लगी थी.
वह चिल्ला भी नहीं सकती थी; बस वह बार बार कह रही थी कि सोनू प्लीज, बाहर निकाल लो … मैं मर जाऊंगी.
मैं बोला- आराम आराम से करूंगा … बस थोड़ा सा झेल लो … बस हो गया बस हो गया.
यही कह कह कर मैंने अपना पूरा लंड उसकी चूत में घुसा दिया था.
उसकी चूत से खून निकल रहा था पर मैंने उसको नहीं बताया ताकि वह डरे न!
मैंने रूमाल से सारा खून पौंछ दिया.
मेरा लंड अभी भी चूत में ही था.
वह दर्द से कराह रही थी.
मैं उसको शांत करने के लिए किस कर रहा था.
उसकी बुर से खून निकलना बंद हो गया था.
मैंने धीरे धीरे अपना लंड आगे पीछे करके उसकी चूत को फाड़ना शुरू कर दिया था.
अब भी वह बहुत दर्द में थी.
उसकी चूत अन्दर से एकदम गर्म थी; मुझे लंड पेलने में बहुत मजा आ रहा था.
वह दर्द से कराह रही थी और मैं उसे बेरहमी से चोद रहा था.
मैंने उसकी कुंवारी चूत को चोद कर फाड़ दिया था.
कुछ देर बाद मुझे ऐसा लगा कि मैं झड़ने वाला हूं. मेरा तो मन कर रहा था कि इसको शादी से पहले ही बच्चा दे दूँ … और पूरा मन था कि मैं अन्दर ही झड़ जाऊं.
पर मैंने अपना लंड बाहर निकाला और अपना सारा वीर्य नीचे जमीन पर गिरा दिया.
नेहा मौसी अभी भी एकदम दर्द से कराह रही थी.
मैंने अपना लंड साफ किया और उसको अपनी बांहों में कसके जकड़ लिया.
वह डर रही थी कि कहीं शादी के बाद उसके पति को शक तो नहीं होगा कि इसकी चूत की सील पहले ही कैसे टूट गई है.
फिर मैंने उसको नेट पर कुछ वीडियो दिखाए कि सील किसी और तरीके से भी खुद ब खुद टूट जाती है.
मैं अब भी उसे कसके पकड़े हुए था, उसको अपनी बांहों में भरके प्यारी प्यारी बातें कर रहा था.
मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया था, तो मेरे बार बार कहने पर भी वह दोबारा चुदवाने के लिए तैयार नहीं हो रही थी.
वह बोल रही थी कि फिर बहुत दर्द होगा.
पर मैंने प्यार से समझाया कि इस बार और भी मजा आएगा.
थोड़ी देर बाद वह तैयार हुई और बोली- धीरे धीरे डालना और पूरा मत डालना.
मैं मान गया.
मैंने अपने लंड पर थूक लगा कर उसको धीरे धीरे चोदने लगा.
अब उसकी चूत थोड़ी ढीली हो गई थी और मुझे उसको चोदने में बहुत मजा आ रहा था.
मैं उसको धीरे धीरे चोद रहा था।
पर अब मौसी बोलने लगी- थोड़ा और फास्ट करो न!
मैं उसको बहुत तेजी से चोदने लगा.
इस बार वह जल्दी झड़ गई. उसका पूरा पानी मेरे लंड पर लग गया था.
मैं उसे ताबड़तोड़ चोदे जा रहा था.
सेक्सी मौसी की चुदाई करते करते मेरा लंड भी झड़ने को आ गया था.
मैंने अपना सारा पानी उसके पेट पर निकाल दिया और थक कर उसी के ऊपर ढह गया.
अब हम दोनों पूरे संतुष्ट हो गए थे.
मैंने रूमाल से उसकी चूत और पेट साफ किया.
बाद में मैंने अपना भी लंड साफ किया.
चुदाई के बाद बड़ी प्यास लग आई थी तो मैंने घड़े से पानी निकाला और पीने के बाद बचे हुए पानी से अपना लंड धोने लगा.
वह भी टॉयलेट में चली गई और अपनी फटी चुदी चूत को धोकर आ गई.
उसके बाद हम दोनों ने बहुत सारी बातें की और कुछ किस आदि किए.
मैंने उसके चूचे सहलाए और मजे किए.
फिर हम दोनों उसी रूम में अलग अलग तख्त पर सो गए.
सुबह उससे चला भी नहीं जा रहा था क्योंकि रात को मैंने उसे जिस तरह से चोदा था, वह उसे कभी भूल नहीं सकती थी.
इसके बाद ये सेक्स कहानी अभी खत्म नहीं हुई थी.
मैंने उसको शादी से पहले 3 बार अलग अलग जगह और चोदा.